हमास के बाद बोको हरम का कोहराम 40 लोगों को मौत की नींद सुलाया, जानिए क्या है मकसद

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हमास के बाद बोको हरम का कोहराम 40 लोगों को मौत की नींद सुलाया, जानिए क्या है मकसद

हमास और इजराइल की जंग के बीच अब आतंकी समूह बोको हरम ने भी खौफ फैलाना शुरू कर दिया है. उत्तर-पूर्वी नाइजीरिया में इस आतंकी समूह ने 40 लोगों की हत्या कर दी है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 20 लोगों को खत्म करने के लिए बारूदी सुरंग का इस्तेमाल किया.

वहीं, अन्य लोगों को गोली मारकर निशाना बनाया. नाइजीरिया में बोको हरम से जुड़ा यह कोई पहला हमला नहीं है, इससे पहले भी वो वहां के लोगों को अपना निशाना बनाते आए हैं.

हमास के बाद बोको हरम का कोहराम 40 लोगों को मौत की नींद सुलाया


बोको हरम कभी अचानक 300 स्कूलों बच्चो का अपहरण कर लेता है तो कभी सरेआम किसी को भी पकड़कर सिर धड़ से अलग कर देता है. अब एक बार फिर यह खूंखार आतंकी संगठन चर्चा में है. जानिए कब और कैसे बना यह संगठन और क्या है इसका मकसद.

कैसे हुई शुरुआत?

बोको हरम की शुरुआत साल 2002 में मौलवी मोहम्मद युसुफ ने की. 2009 में इसकी कमान अबुबकर शेकाऊ को मिली और आतंकी घटनाओं को अंजाम देना शुरू कर दिया. साल 2016 में इस संगठन ने इस्लामिक स्टेट से हाथ मिला लिया और आतंक का दायरा बढ़ाया. बोको हरम अब तक हजारों लोगों की नृशंस हत्या कर चुका है.

अबुबकर शेकाऊ

कहा जाता है कि अबूबकर शेकाऊ ISIS के सरगना अल बगदादी से भी दो कदम आगे रहा है. बगदादी की तरह ही इसका सपना नाइजीरिया और उसके आस-पास के देशों को इस्लामिक स्टेट बनाने का था. अमेरिका ने उसे मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी की लिस्ट में डाला और उसे खत्म करने के लिए 7 मिलियन डॉलर का ईनाम रखा था. वह कहता था उसे कत्ल करने में इतना आनंद आता है जितना मुर्गी हलाल करने में. हालांकि, 2021 में उसकी मौत की खबर भी आई.

हमास के बाद बोको हरम का कोहराम 40 लोगों को मौत की नींद सुलाया


क्या है मकसद?

वर्तमान में बोको हरम नाइजीरिया के अलावा नाइजर, चाड और उत्तरी कैमरून में भी सक्रिय है. बोको हरम हमेशा से ही दुनिया में शरिया कानून लागू करने की बात कह चुका है. नाइजीरिया में इसकी शुरुआत ही शरिया कानून को लागू करने वाली सरकार बनाने के उद्देश्य से की गई थी. नाइजीरिया में बोको हरम का खौफ कुछ ऐसा है कि यहां लोग इसके बारे में गवाही देने से भी डरते हैं.

बोको हरम ने न सिर्फ यहां के लोगों को को अपना निशाना बनाया बल्कि सुरक्षाबलों पर भी जानलेवा हमला किया. लोगों का अपहरण किया, सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया और बच्चों को भी नहीं छोड़ा. इस संगठन के संस्थापक मौलवी मोहम्मद युसुफ ने जो मस्जिद का निर्माण कराया वो जिहादी भर्ती का केंद्र बन गया है. यह संगठन बच्चों को मानव बम बनाकर हमले कराता है.

2015 में आतंकी संगठन घोषित किया गया

2015 में इसे खतरनाक आतंकवादी संगठन बताते हुए ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स की सूची में शामिल किया गया. बोको हरम संयुक्त राष्ट्र संघ के आबुजा स्थित कार्यालय और पुलिस मुख्यालय पर भी सुसाइड बॉम्बिंग की घटनाओं को अंजाम दे चुका है.

6 माह में 1100 हत्याएं

एमनेस्टी इंटरनेशनल ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि जनवरी 2020 से जून 2020 तक मात्र 6 माह में इस संगठन ने 1100 लोगों की हत्या करके उन्हें मौत की नींद सुला दिया. खास बात है कि हर साल बोको हरम हजारों लोगों को मौत की नींद सुलाता है, लेकिन नाइजीरिया की सेना दावा करती है उसने बोको हरम को लगभग खत्म कर दिया है, लेकिन एक के बाद एक होती घटनाएं साबित करती हैं कि यहां की सरकार और सेना के दावे में कितना दम है.

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